कांटों को चुनकर ‘जल सहेलियों’ ने दिखाया हरियाली का रास्ता, 25 साल से नहीं होने दिया एक भी बोरिंग

पानी की कीमत उन लोगों से पूछने की जरूरत है, जो इसकी बूंद-बूंद को तरसे और उसे सहेजना सीखा. ऐसी ही कहानी अमरतिया गांव के लोगों की है, जिनके लिए पानी किसी कीमती चीज से कम नहीं है.

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